रंजिश में ठेकेदार का अपहरण कर हत्या
Gurugram News Network- रंजिश में ठेकेदार का अपहरण कर पीट-पीट कर हत्या करने का मामला सामने आया है। मारपीट के दौरान बीच-बचाव करने आए युवकों को भी आरोपियों ने पीटा। करीब डेढ़ घंटे बाद आरोपी ठेकेदार की कार में तोड़फोड़ कर फरार हो गए। सेक्टर-10 पुलिस ने मृतक के चाचा की शिकायत पर केस दर्ज़ कर लिया है। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस के मुताबिक, फर्रूखनगर के वार्ड-1 निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। भतीजा कृष्ण वेयरहाउस में आने वाले सामान को लोड व अनलोड करवाने का ठेका लेकर काम करता था। उन्होंने बताया कि बुधवार दोपहर उनका भतीजा कृष्ण I-10 कार में CNG भरवाकर फर्रूखनगर आ रहा था। जब वह वजीरपुर मोड़ से फर्रूखनगर की तरफ मुड़ा, तभी पीछे से काले रंग की स्कॉर्पियो कार आई और उसने कार के आगे लगाकर रास्ता रोका। स्कॉर्पियो कार से उतरे युवकों ने उसका अपहरण कार में डाला। बदमाशों से भरी एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो और क्रेटा कार भी आई। उसके बाद ठेकेदार की I-10 कार लेकर बदमाश चल दिए। कुछ देर बाद बदमाश कृष्ण को लेकर गांव हमीरपुर में खेतों के पास लाठी-डंडे और रॉड से हमला किया।
वहीं झगड़े की आवाज सुनकर बचाने आए पुष्पेंद्र और मनोज को भी आरोपियों को बेरहमी से पीटा। काफी देर तक पीटने के बाद गांव वालों को आता देख बदमाशों ने कृष्ण का दोबारा से अपहरण किया और गुरुग्राम रोड पर स्थित साढराणा रोड पर छोड़ा और ठेकेदार की कार को तोड़कर फरार हो गए। घटना की सूचना परिवार के सदस्यों को पता चलने पर पहले वह पहले पास के अस्पताल लेकर गए। वहां से सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में लेकर गए। हालत को देखते हुए रेफर किया गया और गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, ओमप्रकाश ने अपनी शिकायत में सूरज गढ़ी, जीतू बावड़ा, पौड़ी हरसरू, हेतू, कौशल जोनियावास, जीतू,जतिन और अखरी का नाम बताया है। जबकि इस वारदात में आधा दर्जन युवकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से बीते कुछ समय से झगड़ा चल रहा था,लेकिन यह नहीं सोचा था कि उनकी भतीजे की वह हत्या कर देंगे।
ओमप्रकाश ने बताया कि उनका भतीजा फर्रूखनगर में बनी बड़ी कंपनियों के वेयर हाउस में आने वाले सामान की लोडिंग-अनलोडिंग का काम करता था। वहीं आरोपी पक्ष उस काम को करने के लिए मना करता था,ताकि कंपनी से उस काम का ठेका मिल सके। उसको लेकर ही दोनों पक्षों में विवाद शुरू हुआ था। उन्होंने बताया कि आरोपी पक्ष ने 14 नवंबर को कृष्ण के साथ मारपीट करते हुए ठेका छोड़ने की बात कही थी। उसके बाद 15 नवंबर को उनके गोदाम में एक दर्जन से ज्यादा युवक आए थे और तोड़फोड़ करके गए थे। दोनों घटनाओं की उनके द्वारा पुलिस में शिकायत देकर मामला भी दर्ज करवाया था।